Youth shot dead in Hapur:हमलावरों ने बरसाईं गोलियां, एक की मौत, एक घायल, डीजे बजाने को लेकर डेढ़ वर्ष पूर्व हुआ था वाद-विवाद
Youth shot dead in Hapur
हापुड़। गुरुवार की शाम को वोटिंग (Voting) खत्म होते ही गोलियों (bullets) की बौछार (shower) से पिलखुवा सहम गए. गुरुवार की रात मोहल्ला रामपुरा में पुरानी रंजिश (old enmity) को लेकर दोनों पक्षों में खूनी झड़प को लेकर कई राउंड फायरिंग हुई. इस दौरान गोली लगने से दो युवक घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां एक युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि अन्य युवक की हालत नाजुक बनी हुई है. मौके पर पहुंचे अधिकारी व पुलिसकर्मी मामले की जांच में लगे हैं।
मोहल्ला रामपुरा निवासी अरुण (28) मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता था। गुरुवार की रात करीब आठ बजे वह अपने घर के बाहर बैठा था। इस दौरान बाइक सवार दो हमलावर वहां पहुंच गए। अरुण को देखते ही हमलावरों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान अरुण को सिर और पेट के पास गोली लगी। जबकि वहां मौजूद मोहल्ला निवासी गोलू के गले में गोली लगी है. घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। गोली की आवाज सुनकर अरुण के परिजन और स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए।
खूनी हालत में लोग अरुण और गोलू को पिलखुवा के एक निजी अस्पताल में ले गए. जहां इलाज के दौरान अरुण की मौत हो गई। जबकि गोलू को डॉक्टरों ने दिल्ली के एक अस्पताल में रेफर कर दिया। मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। घटना की सूचना पर एसपी दीपक भुकर, सीओ पिलखुवा डॉ. तेजवीर सिंह व कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अभिनव सिंह पुंडीर भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. अधिकारियों ने मौके पर जाकर जांच की और युवक के परिजन से बातचीत की।
एसपी दीपक भुकर ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि करीब एक साल पहले अरुण के पड़ोस के कुछ लोगों से बच्चों के बीच खेलने को लेकर विवाद हो गया था. इस मामले को लेकर पड़ोसियों ने अरुण व उसके परिजनों से दुश्मनी की बात स्वीकार की है। कई बार दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज व मारपीट भी हो चुकी है। अरुण पक्ष के लोगों का आरोप है कि इन्हीं लोगों ने अरुण की हत्या की है. फिलहाल इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है। पुलिस विभिन्न बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच में जुट गई है। जल्द ही हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
अरुण की पत्नी सुनीता है। जबकि बच्चे लोलो, चिंटू और गुड्डू हैं। अरुण की मौत की सूचना मिलते ही पत्नी और बच्चों की हालत खराब हो गई। वहां मौजूद लोग सुनीता को सांत्वना देने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन वह अपने पति की मौत के सदमे से पागल हो रही थी.
विधानसभा चुनाव की वोटिंग के लिए जिला छावनी बना हुआ है। जगह-जगह पुलिस बल तैनात है। इसके बावजूद हमलावर पुलिस की आंखों में धूल झोंककर वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। वहीं, जांच की बात करें तो पुलिस नाकामी की रेखा को पार करने की कोशिश कर रही है। पुलिस की कार्यशैली को लेकर मृतक के परिजनों में भी रोष है।
गर्दन में गोली लगने से घायल गोलू का दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। जहां वह जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। एसपी ने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि गोलू और अरुण एक तरफ से हैं या अलग-अलग तरफ से। पुलिस इस संबंध में इनपुट जुटा रही है।